जमशेदपुर
ट्रैफिक पुलिस की नई स्कीम: एक गाड़ी का एक ही दिन पर दो चालान, और फिर थानेदार बनाम जवान का ‘पैसा वापसी ड्रामा’— लगता है अब जमशेदपुर में ट्राफिक नियम से ज्यादा पुलिस का अहम चलने लगा है!
पूरे शहर में आये दिन ट्रैफिक जवानों की मनमानी और संवेदनहीनता देखने को मिल रही है—अब जनता तो बस तमाशा देखे, क्योंकि इनकी सेवा तो ‘स्वार्थ’ में बदल गई है।
सोनम सिंह की रिपोर्टर