**जल दिवस पर मुझे यह कहना है, बागबेड़ा ग्रामीण जला पूर्ति योजना नहीं उतरने से 2 लाख जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है,* और जनता विभाग और सरकार के द्वारा झूठे आश्वासन पर आश्रित है, संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है, 693 बार बड़े-बड़े आंदोलन हुए झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर हुई 237 करोड़ रूपया योजना को पूरा करने के लिए प्राप्त हुआ, फंड समाप्त हो जाने के बाद फिर 50 करोड़ 58 लाख रुपया दिल्ली पदयात्रा में प्राप्त हुआ, पैसे का बंदर बाट हो गया योजना धरातल पर नहीं आई यह दुर्भाग्य है, हमारा जल दिवस के शुभ अवसर पर, यही संदेश है हमारा,
*सुबोध झा अध्यक्ष बागबेड़ा महानगर विकास समिति जल आंदोलनकारी जमशेदपुर**